सिद्धार्थ नगर।राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) गोरखपुर (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की एक इकाई) और सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु ने अपनी अकादमिक साझेदारी की है।
अब छात्रों के कौशल विकास के लिए ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स आगामी सत्र से शुरू होगा। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु की अकादमिक और कार्यकारी परिषद ने विचार-विमर्श के बाद 40 ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स को मंजूरी दी है। जो की छात्रों को मूल्य वर्धित/सह-पाठ्यचर्या पाठ्यक्रमों के रूप में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अन्तर्गत उपलब्ध कराए जाएंगे।कुलपति प्रो. हरि बहादुर श्रीवास्तव ने बताया कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार रोजगार योग्य छात्रों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय ने इस दिशा में नाइलिट के पाठ्यक्रमों को व्यावसायिक और कौशल आधारित पाठ्यक्रमों के रूप में शामिल किया है। वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता और एमबीए विभाग के अध्क्षय प्रो.सौरभ ने कहा कि पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय और उसके संबद्ध महाविद्यालय के युवाओं के कार्य कौशल को संवारने व पेशेवर योग्यता हासिल करने में बहुत उपयोगी और उनके लिए उद्यमिता और रोजगार के नए रास्ते खोलेंगे। निदेशक नाइलिट डॉ. डीके मिश्र ने कहा कि संस्थान कंप्यूटर कोर्स सर्टिफिकेट और आईटी-ओ स्तर सहित दो और तीन क्रेडिट के साथ बहुत सारे पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय और उसके संबद्ध कॉलेजों के छात्र आईटी-ओ स्तर को मॉड्यूलर ऑनलाइन व्यवस्था में पढ़ सकते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर वर्ष में एक मॉड्यूल कर सकता है। विश्वविद्यालय इन मॉड्यूल को एमओयू के अनुसार मान्यता देगा। साथ ही आवश्यक मॉड्यूल और कोर्स को सफलता पूर्वक पूर्ण करने पर नाइलिट छात्रों को आईटी-ओ स्तर का प्रमाणपत्र प्रदान करेगा। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ.अविनाश सिंह ने बताया कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में उपयुक्त कंप्यूटर लैब है और सरकारी योजनाओं के तहत छात्रों को इन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को करने में भी सक्षम बनाया जाएगा। पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त नाइलिट गोरखपुर और सिद्धार्थ विश्वविद्यालय संयुक्त रूप से छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों और अन्य पेशेवरों के लिए जॉब फेयर, कार्यशाला आदि आयोजित करेंगे।